कलाकार वसीम कपूर जिस तरह से बेजान तस्वीरो में प्राण फूँकते है, अपनी पेंटिंग्स के माध्यम से समाज के ज्वलंत विषयों को बखूबी उठाते है ..... ये एक विलक्षण प्रतिभा का स्वामी ही कर सकता है
इस हुनर ने आपको देश में ही नहीं अपितु -विदेश में भी नाम सम्मान और पहचान दी है-
प्रश्न, आप पश्चिम बंगाल की सी एम ममता बनर्जी के बारे में क्या सोचते है ?
उत्तर, ममता जी तूफान बन कर आयी थी, उन्होंने बहुत संघर्ष से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की कुर्सी पाई थी, किन्तु आज वो वही गलतियां कर रही है जो किसी समय लेफ्ट पार्टी ने की थी। सीपीएम भी धीरे -धीरे जनता से दूर होती गयी, उसके कैडर अब कही दिखते नहीं । ममता जी भी जनता से दूर जा रही है।
प्रश्न, क्या ममता जी भाजपा को ला रही है ?
उत्तर , बिलकुल ला रही है ठीक वैसे ही जैसे सीपीएम टीएमसी को लायी थी। देखिये , वकीलों की जिस तरह से हावड़ा कोर्ट परिसर में पिटाई हुयी क्या वो सही था। जय श्री राम का नारा लगाने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाये या उन्हें मारा - पीटा जाए क्या ये ठीक है। परिणाम जय श्रीराम का नारा बंगाल की राजनीती का टर्निंग प्वाइंट बना। एक बुजुर्ग मरीज को डाक्टर नहीं बचा पाया, २०० लोग गाड़ियों में भरकर आते है और डाक्टरों के साथ मार - पीट करते है जिसमे एक डाक्टर को इतना मारा जाता है की वो जिंदगी मौत की लड़ाई लड़ रहा है। इसके बाद डॉक्टर्स सुरक्षा को लेकर धरने पर बैठे तो ममता जी वहां पहुंच जाती है, समस्या सुलझाने की जगह उनको मेडिकल परिसर से निकाल देने की धमकी देती है। परिणाम ये हड़ताल बंगाल से निकल कर पूरे देश में पहुंच गयी और ममता जी के अड़ियल स्वभाव की चर्चा भी सर्वत्र होने लगी। सबसे बड़ी बात की जिस तरह से छोटी - छोटी बात पर ममता जी अपना आपा खो देती है ये उनकी छवि को ख़राब कर रहा है। उनकी तुनक मिजाजी और अदूरदर्शिता के एक नहीं अनेकों उदाहरण है।
प्रश्न, आप किस प्रकार की अदूरदर्शिता की बात कर रहे है?
उत्तर, डाक्टरों की मांग सिर्फ सुरक्षा को लेकर थी जिसे 2मिनट में सुलझाया जा सकता था लेकिन ममता जी अपने इगो के चलते उन्हें धमकाने पहुंच गई। उस समय उनकी जो बॉडी लैंग्वेज थीं वो मुख्यमंत्री की गरिमा के खिलाफ थी। उन्होंने डाक्टरों को निकाल देने की बात की मगर वो ये भूल गई की वो इतने डाक्टर कहां से लाएगी जो मरीजों का इलाज कर सके।
प्रश्न, ममता जी कहती है उनका भ्रष्टाचार से कोई नाता नहीं है आप का इस बारे में क्या कहना है ?
उत्तर, उनका कहना है कि उनका नारडा - शारदा से कोई लेना देना नहीं है मगर वो पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर उनके साथ मेट्रो के सामने 10 दिन तक पुलिस और पार्टी के नेताओं के साथ धरने पर बैठी रहती है।
प्रश्न, आप लेफ्ट से है, इसलिए मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से इतनी शिकायत होना स्वाभाविक है?
उत्तर, मै किसी पार्टी का मेंबर नहीं हूं, रही बात शिकायत की तो हमें शिकायत इसी लिए है कि वो हमारी मुख्य मंत्री है उनसे बंगाल को बहुत सारी उम्मीदें है. उन्हें अपने को संयत रखने की आवश्यकता है लेकिन वे अपनी तुनक मिजाजी के चलते अपने लिए समस्याएं ज्यादा पैदा कर रही है बंगाल को कम देख रही है।
प्रश्न, आजकल लोगों को कहते हुए सुन रहे है की बंगाल अपनी संस्कृति खो रहा है ?
उत्तर, ये हमारे सम्मुख एक ज्वलंत विषय हैं जिसके बारे में सभी को सोचना होगा क्योंकि जिस तरह के हालात चल रहे है जैसे कि मूर्ति तोड़ना या दूसरे राजनीतिक दलों के साथ हिंसा, कतल आदि। उसे देखते हुए ये समझ लेना चाहिए कि बंगाल आज खतरनाक मोड़ पर खड़ा है अगर हम सभी नहीं चेते तो आने वाले दिनों में बंगाल अपनी पहचान ( सांस्कृतिक, साहित्यिक, रविन्द्र संगीत) खो देगा।
प्रश्न, कला की दृष्टि से आप ममता जी को कहां पाते है?
उत्तर, उन्होंने पेंटिंग बनाने का प्रशिक्षण नहीं लिया जो भी बनाया अपनी खुशी के लिए बनाया। उसमे कभी कुछ अच्छा बना तो कभी कुछ कम अच्छा बना। उनकी पेंटिंग तुलना की नजर से नहीं वरन पेंटिंग के प्रति उनके जुनून को देखना चाहिए।
प्रश्न, बच्चियों के प्रति बढ़ते हुए बलात्कार के बारे में आपकी राय?
उत्तर, सख्त कानून की कमी। डी एन ए टेस्ट के बाद अगर अभियुक्त अपराधी सिद्ध हो जाता है तो उसे संग संग गोली मार देनी चाहिए। फास्ट ट्रेक कोर्ट होना चाहिए। मोदी जी को इस विषय में गंभीरता से सोचना होगा अन्यथा उनका स्लोगन " बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से फिर रेप करवाओ बन जाएगा।
प्रश्न, आप अपनी पेंटिंग्स के लिए मशहूर है, अनेक जाने - माने लोगो की पेंटिंग्स बना चुके है कृप्या उनके नाम बताइए?
उत्तर, कपिल देव की पेंटिंग पेप्सी वालों ने बनवाई थी सौरभ गांगुली की पेंटिंग हर्ष नेवटिया ने, सौमित्र चटर्जी की पेंटिंग सहारा इंडिया ने। काफी लंबी सूची है हाल - फिलहाल मैंने ईशा अंबानी और उनके पति आनंद पीरामल की पेंटिंग बनाई है। मेरे द्वारा हीरेन मुखर्जी की बनाई हुई पेंटिंग संसद में लगी हुई है। खान अब्दुल गफ्फार की पेंटिंग विक्टोरिया मेमोरियल में , पर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय ज्योति बसु की पेंटिंग विधानसभा में लगी हुई है।
प्रश्न, कभी पेंटिंग ने आपकी मुश्किल बढ़ाई ?
उत्तर, मेरी बुर्के वाली पेंटिंग बहुत ही विवादास्पद रही। करीब 200 लोगो की भीड़ ने मेरे घर का घेराव कर लिया था कि मै बुर्के के खिलाफ हूं जिसे मेरे पिताजी बहुत सलीके से समझाया कि मै बुर्के के खिलाफ नहीं अपितु बुर्का पहन कर फोटो खिचानें के खिलाफ हूं।
प्रश्न, अब तक का सबसे बड़ा सम्मान जो आपको दिया गया हो ?
उत्तर, सम्मान तो बहुत से मिले लेकिन अभी कुछेक महीने पहले रविन्द्र भारती युनिवर्सिटी में पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा एवार्ड "एकेडमी अवार्ड " मिला।
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